इस बार भी रामायण रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है : जितने में बन रही रणबीर की रामायण, उससे भी कम है इन दिग्गज कंपनियों की वैल्यू
admin
Thu, Jul 17, 2025
जब भी रामायण का जिक्र होता है, तब-तब रामानंद सागर का सीरियल याद आ जाता है. 1980 के दशक के अंत में आए इस सीरियल ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. अब एक बार फिर से रामायण चर्चा में है. इस बार भी रामायण रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है. जी हां, अभिनेता रणबीर कपूर द्वारा अभिनीत और नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित रामायण फिल्म दो पार्ट में बन रही है. पहले पार्ट को साल 2026 को दिवाली के मौके पर रिलीज किया जाएगा. दूसरा पार्ट 2027 में दिवाली के दिन. इस फिल्म का प्रोडक्शन नमित मल्होत्रा कर रहे हैं.
हाल ही में उन्होंने एक पॉडकास्ट में फिल्म के बजट को लेकर काफी चर्चा की है. आप भी हैरान रह जाएंगे कि इस फिल्म का बजट 4 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा होने जा रहा है. जोकि अपने आप में रिकॉर्ड है. खास बात तो ये है कि हाल ही में रिलीज हुई कई हॉलिवुड फिल्मों का बजट भी इतना नहीं है. जानकारों की मानें तो रामायण के पहले पार्ट का बजट ही करीब 300 मिलियन डॉलर का बताया जा रहा है. जबकि पूरी फिल्म का बजट 500 मिलियन डॉलर के करीब है.
खास बात तो ये है कि जितने बजट में फिल्म रामायण बनाई जा रही है. उतना तो देश की कई कंपनियों की वैल्यूएशन तक नहीं है. जिसमें स्पेस एंड डिफेंस, पेट्रो कैमिकल, मेटल, रियल एस्टेट जैसी कंपनियां शामिल हैं. यहां तक कि मेडी असिस्ट नाम की इंश्योरेंस कंपनी की वैल्यूएशन भी 4 हजार करोड़ रुपए से कम देखने को मिल रही है. जबकि इन कंपनियों के शेयरों की कीमत 15 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक देखने को मिल रहे हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर वो कौन कौन सी कंपनियां हैं, जिनका मार्केट कैप रामायण फिल्म के बजट से भी कम है.
रामायण फिल्म से कम है इन कंपनियों का बजट
केपी एनर्जी लिमिटेड : केपी एनर्जी (केपीईएल), सूरत स्थित केपी ग्रुप का पार्ट है. यह विंड एनर्जी प्रोडक्शन इंफ्रा पर काम करती है. केपीईएल एक स्वतंत्र विद्युत उत्पादक (आईपीपी) के रूप में डब्ल्यूटीजी (पवन टरबाइन जनरेटर) और सौर एनर्जी प्लांट का स्वामित्व और संचालन भी करता है. मौजूदा समय में कंपनी मार्केट कैप करीब 3500 करोड़ रुपए है और कंपनी का शेयर 522 रुपए देखने को मिल रहा है.
अवंटेल लिमिटेड : कंपनी एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर के लिए वायरलेस और सैटेलाइट कंयूनिकेशन प्रोडक्ट्स, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, रडार सिस्टम और नेटवर्क मैनेज्मेंट सॉफ्टवेयर डिजाइन में लगी हुई है. डिफेंस और एयर स्पेस सेक्टर में कंपनी एक बड़ा नाम है. कंपनी की मौजूदा वैल्यूएशन 4,077 करोड़ रुपए है और कंपनी के शेयर की कीमत 153.90 रुपए देखने को मिल रही है.
मेडी असिस्ट हेल्थकेयर सर्विसेज लिमिटेड : करीब 25 साल पुरानी इंश्योरेंस कंपनी काफी जाना पहचाना नाम नहीं है. कंपनी देश के कई इंप्लॉयर के लिए काम कर रही है. मौजूदा समय में कंपनी की वैल्यूएशन 3,972 करोड़ रुपए है और कंपनी का शेयर प्राइस 563 रुपए देखने को मिल रहा है.
मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉर्पोरेशन : एक सरकारी कंपनी भी है, जिसका वैल्यूएशन 4 हजार करोड़ रुपए से कम देखने को मिल रहा है. इस कंपनी का नाम एमएसटीसी है. मेटल स्क्रैप से जुड़ी कंपनी कॉमर्स और लौह और अलौह स्क्रैप, सरप्लस रिजर्व, मिनरल्स, कृषि और वन उत्पादों आदि का निपटान भी करता है. कंपनी की होल्डिंग भारत सरकार के पास है. मौजूदा समय में कंपनी की वैल्यूएशन 3,777 करोड़ रुपए है और कंपनी के शेयर की कीमत 537 रुपए देखने को मिल रही है.
स्टील स्ट्रिप्स व्हील्स लिमिटेड : इस कंपनी की स्थापना 1985 में हुई थी और इसने 1991 में अपना ऑपरेशनल शुरू किया. यह विभिन्न घरेलू और वैश्विक ऑटोमोबाइल निर्माताओं के लिए स्टील व्हील रिम्स और अलॉय व्हील्स का डिज़ाइन, निर्माण और आपूर्ति करती है. इसका मुख्यालय चंडीगढ़ में है. कंपनी की मौजूदा वैल्यूएशन 3,926 करोड़ रुपए देखने को मिल रहा है और कंपनी का शेयर 250 रुपए देखने को मिल रहा है.
कई हॉलिवुड फिल्मों से बड़ा है बजट
रामायण: पार्ट वन का बजट कई हॉलिवुड फिल्मों के बजट से ज्यादा देखने को मिल रहा है. जानकारों की मानें तो पार्ट वन का निर्माण का बजट ब्लैक पैंथर: वकंडा फॉरएवर और गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी: वॉल्यूम 3 जैसी फिल्मों के बराबर है. खास बात तो ये है कि इस फिल्म का बजट नई सुपरमैन फिल्म पर खर्च किए गए 225 डॉलर से ज्यादा है. साथ ही जुरासिक वर्ल्ड रीबर्थ पर खर्च किए गए 180 मिलियन डॉलर से भी अधिक है. कुछ लोगों का मानना है कि रामायण फिल्म इंडस्ट्री का पूरा डायनामिक्स चेंज कर सकती है और इस इंडस्ट्री को हॉलिवुड इंडस्ट्री के करीब लाकर खड़ा कर सकती है.
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